श्री महालक्ष्मी की स्तुति

महादेवी महालक्ष्मी नमस्ते त्वं विष्णु प्रिये।
शक्तिदायी महालक्ष्मी नमस्ते दुःख भंजनि।।

श्रेया प्राप्ति निमित्ताय महालक्ष्मी नमाम्यहम।
पतितो द्धारीणि देवी नमाम्यहं पुनः पुनः

देवांस्तवा संस्तुवन्ति ही शास्त्राणि च मुर्हुमः।
देवास्त्वां प्रणमन्तिही लक्ष्मीदेवी नमोडस्तुते। ।

नमस्ते महालक्ष्मी नमस्ते भवभंजनी।
भुक्मिुक्ति न लभ्यते महादेवी त्ययि कृपा बिना।।

सुख सौभाग्यं न प्रात्नोति पुत्र लक्ष्मी न विधते।
न तत्पफलं समात्नोति महालक्ष्मी नमाम्यहम।।

देहि सौभाग्यमारोग्य देहिमें परमं सुखम्।
नमस्ते आद्यशक्ति त्वं नमस्ते भीड़भंजनी।।

विधेहि देवी कल्याण विधेहि परमां श्रियम।
विधावन्त यशस्वन्तं लक्ष्मवन्त जन कुरू।।

अचिन्त्य रूप-चरितें सर्वशत्रु विनाशीनी।
नमस्तेतु महामाया सर्व सुख प्रदायिनी।।

नमात्यंह महालक्ष्मी नमाम्यहम सुरेश्रवरी ।
नमात्यहं जगद्धात्री नमाम्यंह परमेश्वरी।।





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