क्यों दुःख करू इस बात का

क्यों दुःख करू इस बात का की वक़्त ये दुःख दाई है,
मुझको ख़ुशी इस बात की के साथ मेरे साई है,

लाख आंधी तूफ़ान आये जंदगी की राह में,
बेबसी नाकामियां हो चाहे मेरी चाह में,
डर नहीं मुझे हर कदम गुरु देव मेरा सहाई है,
क्यों दुःख करू इस बात का की वक़्त ये दुःख दाई है,

आपदा की बाढ़ आये संकटो का दौर हो,
उलजनो की धुप चाहे मेरे चारो और हो,
बेफिक्र हो गुरु वर किरपा की मुझपे जो परछाई है,
क्यों दुःख करू इस बात का की वक़्त ये दुःख दाई है,

चाहे जमाना छीन ले दामन से मेरे ये ख़ुशी ,
हर हाल में खुशहाल ही होगी मेरी ये जिंदगी,
मुझको भरोसा संग साई नाथ की प्रभु ताई है,
क्यों दुःख करू इस बात का की वक़्त ये दुःख दाई है,

हमने पाई है शरण श्री साई जी के धाम की,
माला जपते हम सब श्री साई जी के नाम की
श्रद्धा सबुरी हिरदये में हमने सदा ही वसाई है
क्यों दुःख करू इस बात का की वक़्त ये दुःख दाई है,


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