जे के मंदिर

महत्वपूर्ण जानकारी

  • Location: First St, Sarvodaya Nagar, Kanpur, Uttar Pradesh 208005
  • Temple Open and Close Timing:
  • 08.00 am - 12.00 Noon,
  • 04:30 pm to 10:00 pm
  • Nearest Railway Station: Kanpur Central at a distance of nearly 5 kilometres from JK temple.
  • Nearest Airport: Two domestic airport Nearest of the JK temple Kanpur civil Airport at a distance of nearly 8.1 kilometres and IIT Kanpur Airport at a distance of nearly 10.9 kilometres.
  • Best Time ot Visit: October to March and janmashtmi also.
  • District: Kanpur
  • Important festival: Krishna Janmashtmi.
  • Primary deity: Shri Krishna and Radha.
  • Did you know: The temple is built by JK Trust and which was completed on May 20, 1960.

जे के मंदिर उत्तर प्रदेश के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है यह मंदिर सर्वोदय नगर, कानपुर, उत्तर प्रदेश में स्थित है। जे के मंदिर भी राधाकृष्ण मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। इस मंदिर का निर्माण जे.के. ट्रस्ट ने करवाया था जो 20 मई 1960 को पूरा हुआ था। इस मंदिर रखरखाव का सारा खर्च भी जे.के. ट्रस्ट फंड से आता है।

जे के मंदिर को बहुत खूबसूरती के साथ डिजाइन किया गया है तथा कला और प्राचीन सभ्यता से भरा है। इस मंदिर की दीवारें भारतीय संस्कृति, सभ्यता, परंपराओं और आध्यात्मिकता की आत्मा को प्रदर्शित सुंदर मूर्तियां हैं। मंदिर के अन्दर प्रकाश और वायु के पर्याप्त वेंटिलेशन का पूरा ध्यान रख गया है। मंदिर की दीवारें और उच्ची छत इस मंदिर को भव्य और आर्कषित बनाती है।

जे के मंदिर में भगवान श्री राधा और कृष्ण, भगवान श्री लक्ष्मी और नारायण, भगवान श्री अर्धनारिश्वर, भगवान श्री नर्मेश्वर और भगवान श्री हनुमान को समर्पित पांच मंदिर हैं। जिसमें से श्री राधाकृष्ण मंदिर प्रमुुख है। जे के मंदिर एक बहुत ही संरक्षित आधुनिक वास्तुशिल्प भवन है, प्रवेश के लिए कोई शुल्क नहीं लिया जाता है।

जे के मंदिर श्री कृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार बहुत ही धुम-धाम से मनाया जाता है। इस मंदिर मेले का भी आयोजन किया जाता है तथा लाखों लोग मंदिर में उत्सव का आनन्द उठाते है। जे के मंदिर है जो पूरे भारत से भक्तों की एक बड़ी संख्या को आकर्षित करता है। देश और विदेशों से भक्तगण यह दर्शन हेतु आते हैं और इस मंदिर में भगवान के दर्शनों के लिए पूर साल भर भक्त आते है।


Festival(s)












2024 के आगामी त्यौहार और व्रत











दिव्य समाचार












ENहिं