पानी पीना सही तरीका क्या है?

हमारे जीवन में पानी का क्या महत्त्व है? यह सब जानते है। एक मनुष्य खाने के बिना लगभग 21 दिनों तक जिन्दा रहा सकता हैं परन्तु पानी के बिना 3 दिन भी नहीं रहा सकता है। डाक्टर या चिकिस्तक, हम सभी को ज्यादा से ज्यादा पानी पीने की सलाह देते है। इसलिए ज्यादातर लोग ज्यादा से ज्यादा पानी पीने की कोशिश करते है परन्तु कुछ लोग गर्मी में ठण्डा पानी पीते है या पानी में बर्फ का टुकड़े डालकर पीते है, जो कि बहुत गलत है अब सवाल ये होता है पानी कितना ठण्डा व गर्म पीना चाहिए।
हमारे शरीर का तापमान 36 डिग्री सेल्सियस होता है। एक सामान्य मनुष्य को ऐसा पानी पीना चाहिए जिसका तापमान 48 और 24 डिग्री सेल्सियस तक हो। यदि आप एक विद्यार्थी है तो आपको 8 डिग्री सेल्सियस के अन्तर तक का पानी पीना चाहिए अर्थात् 28 और 44 डिग्री सेल्सियस तक का पानी पीना चाहिए। इससे ज्यादा अन्तर के पानी को नहीं पीना चाहिए। अगर इससे ज्यादा के अन्तर के पानी पीया जाता है तो शरीर के अन्दर के तापमान व पानी व्यवहार में उथपुथ हो जाता है।

कितना पानी पीना चाहिए?

आपको पियास नहीं लगती और आप पानी नहीं पीते तो आपको कुछ नहीं होगा। परन्तु कुछ लोग थोड़े थोड़े अन्तर में घुटँ घुटँ करके पानी पीते है तो इससे आपके शरीर में पानी की मात्रा ज्यादा हो जायेगी क्योकि थोड़ा थोड़ा पानी आपका शरीर पानी को सोख लेता है जिससे आपके शरीर में सोडियम का स्तर गिर जायेगा। इससे आपके शरीर के अन्य भागों पर असर पड़ेगा विशेषकर आपके मस्तिष्क पर। सोडियम का स्तर गिरने से आपके मस्तिष्क पर सुजन आ जाने का खतरा बढ़ा जायेगा। इसलिए जब भी पानी पीना हो कम से कम एक गिलास पानी पीना चाहिए और जब प्यास लगे तभी पीना चाहिए। जितनी प्यास लगे उससे थोड़ा ज्यादा पानी पीना चाहिए। इससे आपके शरीर को जितना पानी चाहिए, शरीर सोख लेगा बाकि पानी को शरीर से बाहर कर देगा।



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