2026 में अष्टमी तिथि

महत्वपूर्ण जानकारी

  • कृष्ण पक्ष अष्टमी
  • रविवार, 11 जनवरी 2026
  • अष्टमी तिथि प्रारम्भ: 10 जनवरी 2026 प्रातः 08:24 बजे
  • अष्टमी समाप्ति तिथि: 11 जनवरी 2026 प्रातः 10:20 बजे

अष्टमी तिथि हिन्दू पंचांग में हर माह आने वाली एक पवित्र तिथि है। यह तिथि विशेष रूप से देवी पूजन, व्रत और धार्मिक अनुष्ठानों के लिए महत्वपूर्ण मानी जाती है। अष्टमी तिथि को मां दुर्गा और भगवान शिव के विभिन्न रूपों की पूजा के लिए समर्पित किया गया है। इसके अलावा, कुछ विशेष अष्टमियों का महत्त्व अलग-अलग पर्वों और व्रतों के कारण और भी बढ़ जाता है।

अष्टमी तिथि का धार्मिक महत्त्व

अष्टमी तिथि को देवी दुर्गा और उनके आठवें रूप महागौरी की पूजा के लिए समर्पित माना जाता है। यह दिन नवरात्रि के दौरान विशेष रूप से महत्वपूर्ण होता है, जब भक्त मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा करते हैं।

  • दुर्गाष्टमी: शारदीय और चैत्र नवरात्रि की अष्टमी तिथि को दुर्गाष्टमी के रूप में मनाया जाता है। इस दिन मां दुर्गा की विशेष पूजा की जाती है।
  • महाअष्टमी: यह नवरात्रि का आठवां दिन होता है, जिसमें कन्या पूजन और हवन जैसे धार्मिक अनुष्ठान किए जाते हैं।

महत्वपूर्ण अष्टमी व्रत और पर्व

  1. राधा अष्टमी: श्रीकृष्ण की प्रेयसी राधा रानी का जन्मोत्सव भाद्रपद शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है।
  2. सीतला अष्टमी: फाल्गुन माह की कृष्ण पक्ष की अष्टमी को मनाया जाता है। इस दिन माता शीतला की पूजा होती है, और भक्त बासी भोजन का सेवन करते हैं।
  3. कृष्ण जन्माष्टमी: भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव भाद्रपद मास की कृष्ण पक्ष की अष्टमी को धूमधाम से मनाया जाता है।
  4. गोपाष्टमी: कार्तिक शुक्ल पक्ष की अष्टमी को भगवान कृष्ण की गोचारण लीला के उपलक्ष्य में गोपाष्टमी मनाई जाती है।

अष्टमी व्रत की विधि

अष्टमी तिथि पर व्रत रखने वाले भक्त प्रातःकाल स्नान कर शुद्ध वस्त्र धारण करते हैं।

  1. पूजा के लिए मां दुर्गा या संबंधित देवता की मूर्ति या चित्र स्थापित करें।
  2. दीप जलाकर, फल, फूल, और नैवेद्य अर्पित करें।
  3. दुर्गा चालीसा और सप्तशती का पाठ करें।
  4. व्रत के दिन भक्त फलाहार करते हैं और अगले दिन पारण के साथ व्रत संपन्न करते हैं।

अष्टमी तिथि का ज्योतिषीय महत्त्व

अष्टमी तिथि को चंद्रमा की स्थिति का विशेष महत्त्व होता है। यह तिथि उन व्यक्तियों के लिए शुभ मानी जाती है, जो आध्यात्मिक प्रगति और मन की शांति चाहते हैं। देवी पूजन से न केवल जीवन में संतुलन और समृद्धि आती है, बल्कि बाधाओं का नाश भी होता है।

अष्टमी तिथि के लाभ

अष्टमी तिथि पर व्रत और पूजा करने से भक्तों को विशेष लाभ मिलता है:

  • मानसिक शांति और आध्यात्मिक उन्नति।
  • शत्रु बाधाओं का नाश और रोगों से मुक्ति।
  • मां दुर्गा की कृपा से जीवन में सुख, समृद्धि और सफलता।

अष्टमी व्रत तिथि समय 2026

अष्टमी तिथि का हर माह अलग-अलग धार्मिक और आध्यात्मिक महत्त्व है। यह तिथि देवी दुर्गा की कृपा प्राप्त करने और जीवन के कष्टों से मुक्ति पाने का उत्तम अवसर है। श्रद्धा और विश्वास के साथ अष्टमी व्रत और पूजा करने से भक्तों को अक्षय पुण्य और ईश्वर की असीम कृपा प्राप्त होती है।

अष्टमी तिथि – जनवरी 2026

कृष्ण पक्ष अष्टमी
रविवार, 11 जनवरी 2026
तिथि समय: 10 जनवरी 2026 को 08:24 प्रातः – 11 जनवरी 2026 को 10:20 प्रातः

शुक्ल पक्ष अष्टमी (भीष्म अष्टमी)
सोमवार, 26 जनवरी 2026
तिथि समय: 25 जनवरी 2026 को 11:10 रात्रि – 26 जनवरी 2026 को 09:18 शाम


अष्टमी तिथि – फ़रवरी 2026

कृष्ण पक्ष अष्टमी
मंगलवार, 10 फ़रवरी 2026
तिथि समय: 9 फ़रवरी 2026 को 05:01 प्रातः – 10 फ़रवरी 2026 को 07:27 प्रातः

शुक्ल पक्ष अष्टमी
बुधवार, 25 फ़रवरी 2026
तिथि समय: 24 फ़रवरी 2026 को 07:02 प्रातः – 25 फ़रवरी 2026 को 04:52 प्रातः


अष्टमी तिथि – मार्च 2026

कृष्ण पक्ष अष्टमी (शीतला अष्टमी)
गुरुवार, 12 मार्च 2026
तिथि समय: 11 मार्च 2026 को 01:54 प्रातः – 12 मार्च 2026 को 04:19 प्रातः

शुक्ल पक्ष अष्टमी (बुध अष्टमी व्रत, अशोक अष्टमी)
गुरुवार, 26 मार्च 2026
तिथि समय: 25 मार्च 2026 को 01:50 अपराह्न – 26 मार्च 2026 को 11:49 प्रातः


अष्टमी तिथि – अप्रैल 2026

कृष्ण पक्ष अष्टमी
शुक्रवार, 10 अप्रैल 2026
तिथि समय: 9 अप्रैल 2026 को 09:20 रात्रि – 10 अप्रैल 2026 को 11:16 रात्रि

शुक्ल पक्ष अष्टमी
शुक्रवार, 24 अप्रैल 2026
तिथि समय: 23 अप्रैल 2026 को 08:49 शाम – 24 अप्रैल 2026 को 07:22 शाम


अष्टमी तिथि – मई 2026

कृष्ण पक्ष अष्टमी
रविवार, 10 मई 2026
तिथि समय: 9 मई 2026 को 02:03 अपराह्न – 10 मई 2026 को 03:07 अपराह्न

शुक्ल पक्ष अष्टमी
रविवार, 24 मई 2026
तिथि समय: 23 मई 2026 को 05:04 प्रातः – 24 मई 2026 को 04:27 प्रातः


अष्टमी तिथि – जून 2026

कृष्ण पक्ष अष्टमी
मंगलवार, 9 जून 2026
तिथि समय: 8 जून 2026 को 03:25 प्रातः – 9 जून 2026 को 03:24 प्रातः

शुक्ल पक्ष अष्टमी
सोमवार, 22 जून 2026
तिथि समय: 21 जून 2026 को 03:21 अपराह्न – 22 जून 2026 को 03:40 अपराह्न


अष्टमी तिथि – जुलाई 2026

कृष्ण पक्ष अष्टमी
बुधवार, 8 जुलाई 2026
तिथि समय: 7 जुलाई 2026 को 01:25 अपराह्न – 8 जुलाई 2026 को 12:22 अपराह्न

शुक्ल पक्ष अष्टमी
बुधवार, 22 जुलाई 2026
तिथि समय: 21 जुलाई 2026 को 04:03 प्रातः – 22 जुलाई 2026 को 05:17 प्रातः


अष्टमी तिथि – अगस्त 2026

कृष्ण पक्ष अष्टमी
गुरुवार, 6 अगस्त 2026
तिथि समय: 5 अगस्त 2026 को 08:42 शाम – 6 अगस्त 2026 को 06:53 शाम

शुक्ल पक्ष अष्टमी
गुरुवार, 20 अगस्त 2026
तिथि समय: 19 अगस्त 2026 को 07:20 शाम – 20 अगस्त 2026 को 09:18 रात्रि


अष्टमी तिथि – सितंबर 2026

कृष्ण पक्ष अष्टमी (कृष्ण जन्माष्टमी)
शुक्रवार, 4 सितंबर 2026
तिथि समय: 4 सितंबर 2026 को 02:25 प्रातः – 5 सितंबर 2026 को 12:14 प्रातः

शुक्ल पक्ष अष्टमी (दूर्वा अष्टमी, राधा अष्टमी)
शनिवार, 19 सितंबर 2026
तिथि समय: 18 सितंबर 2026 को 01:01 अपराह्न – 19 सितंबर 2026 को 03:27 अपराह्न


अष्टमी तिथि – अक्टूबर 2026

कृष्ण पक्ष अष्टमी (मध्य अष्टमी)
रविवार, 4 अक्टूबर 2026
तिथि समय: 3 अक्टूबर 2026 को 08:00 प्रातः – 4 अक्टूबर 2026 को 05:52 प्रातः

शुक्ल पक्ष अष्टमी (दुर्गा अष्टमी)
सोमवार, 19 अक्टूबर 2026
तिथि समय: 18 अक्टूबर 2026 को 08:28 प्रातः – 19 अक्टूबर 2026 को 10:52 प्रातः


अष्टमी तिथि – नवंबर 2026

कृष्ण पक्ष अष्टमी (अहोई अष्टमी)
सोमवार, 2 नवंबर 2026
तिथि समय: 1 नवंबर 2026 को 02:52 अपराह्न – 2 नवंबर 2026 को 01:11 अपराह्न

शुक्ल पक्ष अष्टमी (गोपाष्टमी)
बुधवार, 18 नवंबर 2026
तिथि समय: 17 नवंबर 2026 को 04:20 प्रातः – 18 नवंबर 2026 को 06:05 प्रातः


अष्टमी तिथि – दिसंबर 2026

कृष्ण पक्ष अष्टमी
मंगलवार, 1 दिसंबर 2026
तिथि समय: 1 दिसंबर 2026 को 12:12 प्रातः – 1 दिसंबर 2026 को 11:14 रात्रि

शुक्ल पक्ष अष्टमी
गुरुवार, 17 दिसंबर 2026
तिथि समय: 16 दिसंबर 2026 को 10:46 रात्रि – 17 दिसंबर 2026 को 11:26 रात्रि

कृष्ण पक्ष अष्टमी
गुरुवार, 31 दिसंबर 2026
तिथि समय: 30 दिसंबर 2026 को 12:36 अपराह्न – 31 दिसंबर 2026 को 12:32 अपराह्न




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