
या देवी सर्वभूतेषु मातृरुपेण संस्थितः | या देवी सर्वभूतेषु शक्तिरुपेण संस्थितः |
या देवी सर्वभूतेषु शान्तिरुपेण संस्थितः | नमस्तस्यैः नमस्तस्यैः नमस्तस्यैः नमो नमः |
ॐ अम्बायै नमः ||
अर्थ : देवी माँ की आराधना ! बार-बार उस देवी (देवी) की पूजा करते हैं जो सभी जीवों में माता के रूप में प्रकट होती हैं। उसे प्रणाम! बार-बार उस देवी (देवी) की पूजा करते हैं जो सभी जीवों में ऊर्जा के रूप में प्रकट होती हैं। उसे प्रणाम! बार-बार उस देवी (देवी) की पूजा करते हैं जो सभी जीवों में शांति के रूप में प्रकट होती हैं।
उसे प्रणाम!