नवरात्र और नवग्रह – देवी आराधना के अद्भुत रहस्य

हम सभी जानते हैं कि नवरात्रि माँ दुर्गा की आराधना का पर्व है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि हर दिन पूजी जाने वाली नौ देवियाँ नौ ग्रहों से गहराई से जुड़ी हैं?
पुराणों में कहा गया है कि दुर्गा के नौ स्वरूप ही इन ग्रहों के शुभ-अशुभ प्रभावों को नियंत्रित करते हैं। इन नौ देवियों की पूजा से न केवल आत्मिक शांति मिलती है बल्कि ग्रहों के दोष भी शांत होते हैं।

🌺 हर देवी और ग्रह के बीच संबंध

नवरात्रि के नौ दिनों में हर देवी एक विशेष ग्रह की अधिष्ठात्री मानी जाती हैं। मान्यता है कि जिस दिन जिस देवी की पूजा होती है, उस दिन उस ग्रह की शांति के लिए विशेष महत्व होता है।

  1. शैलपुत्री
    संबद्ध ग्रह: सूर्य
    प्रभाव और लाभ: स्वास्थ्य, सफलता और खुशी।
  2. ब्रह्मचारिणी
    संबद्ध ग्रह: राहु
    प्रभाव और लाभ: तनाव, दरिद्रता और मानसिक परेशानियों को कम करने में मदद करता है।
  3. चंद्रघंटा
    संबद्ध ग्रह: केतु
    प्रभाव और लाभ: आराम, सौभाग्य और सामाजिक प्रतिष्ठा प्रदान करता है।
  4. कूष्मांडा
    संबद्ध ग्रह: चंद्रमा
    प्रभाव और लाभ: मनोबल और मानसिक शांति को मजबूत करता है।
  5. स्कंदमाता
    संबद्ध ग्रह: मंगल
    प्रभाव और लाभ: संतान, पारिवारिक कल्याण और भौतिक सुख-सुविधाओं का आशीर्वाद देता है।
  6. कात्यायनी
    संबद्ध ग्रह: बुध
    प्रभाव और लाभ: बुद्धि, विवेक और प्रयासों में सफलता को बढ़ाता है।
  7. कालरात्रि
    संबद्ध ग्रह: शनि
    प्रभाव और लाभ: अंधकार और बाधाओं को दूर करता है; आर्थिक संकट और अशुभ प्रभावों को दूर करने में मदद करता है।
  8. महागौरी
    संबद्ध ग्रह: बृहस्पति
    प्रभाव एवं लाभ: सुख, समृद्धि और उच्च पद प्रदान करती है।
  9. सिद्धिदात्री
    संबद्ध ग्रह: शुक्र
    प्रभाव एवं लाभ: तृप्ति, सुख और भौतिक सुख प्रदान करती है।

🌼 क्यों खास है यह संबंध

नवरात्रि के दौरान नौ देवियों की पूजा करने से ग्रह दोष शांत होते हैं। जिन लोगों के कुंडली में राहु, केतु या शनि के दोष होते हैं, वे इन दिनों विशेष पूजा-अर्चना कर सकते हैं।
इससे जीवन में न केवल सकारात्मकता बढ़ती है बल्कि मानसिक शांति, स्वास्थ्य, सुख और सफलता भी मिलती है।

💛 भक्त के अनुभव से

जो लोग नवरात्रि के नौ दिनों में श्रद्धा से पूजा करते हैं, वे अनुभव करते हैं कि उनकी जीवन की कठिनाइयाँ धीरे-धीरे कम हो रही हैं।
हर देवी की आराधना करते समय मन में यह भाव रखें कि आप सिर्फ पूजा नहीं कर रहे, बल्कि अपनी आत्मा को भी शुद्ध कर रहे हैं और ग्रहों के दोषों को शांत कर रहे हैं।

🌿 निष्कर्ष

नवरात्रि सिर्फ एक त्योहार नहीं, बल्कि आत्मिक और ज्योतिषीय शांति का एक अद्भुत संगम है।
हर देवी, हर ग्रह और हर दिन का अपना महत्व है। इस पवित्र समय में आप भी श्रद्धा और भक्ति से नौ देवियों की पूजा करें और जीवन में सुख-समृद्धि का अनुभव करें।




प्रश्न और उत्तर





2025 के आगामी त्यौहार और व्रत











दिव्य समाचार












ENहिं