सूर्य नमस्कार

सूर्य नमस्कार एक योग अभ्यास है और हिन्दू धर्म के देवता की पूजा का विधान भी है। सूर्य नमस्कार योग अभ्यास में बारह तरह के व्यायाम को शामिल किया गया है ठीक इसकी प्रकार सूर्य नमस्कार में बारह मंत्रों का उचारण किया जाता है।

योग में सूर्य नमस्कार

सूर्य नमस्कार योगासनों में सर्वश्रेष्ठ है। यह अकेला अभ्यास ही साधक को सम्पूर्ण योग व्यायाम का लाभ पहुंचाने में समर्थ है। इसके अभ्यास से साधक का शरीर निरोग और स्वस्थ होकर तेजस्वी हो जाता है। ’सूर्य नमस्कार’ स्त्री, पुरुष, बाल, युवा तथा वृद्धों के लिए भी उपयोगी बताया गया है। सूर्य नमस्कार योग को हमारे पूर्वज भी किया करते थे और भी पहलवान आदि भी इसका अभ्यास करते है। आज के समय में जहां व्यक्ति को निरोगी होना चाहिए इसके लिए सबसे उच्चतम व प्रसिद्ध योग अभ्यास है, सूर्य नमस्कार।

इस योग अभ्यास को एक श्लोक के माध्यम से समझा जा सकता है

ॐ सूर्य आत्माजगतस्तस्य उषश्च आदित्यस्य नमस्कारं ये कुर्वन्ति दिने दिने।
दीर्घमायुर्बलं वीर्यं व्याधि शोक विनाशनम् सूर्य पादोदकं तीर्थ जठरे धारयाम्यहम् ।।

जिसका अर्थ है - जो लोग प्रतिदिन सूर्य नमस्कार करते हैं, उनकी आयु, प्रज्ञा, बल, वीर्य और तेज बढ़ता है और शरीर का तनाव व शोक खत्म होता है।

सूर्य नमस्कार मंत्र

हिन्दू धर्म में सूर्य नमस्कार के कई महत्व बताये गये है। सुबह सुबह सूर्य भगवान को जल अपर्ण किया जाता है ताकि व्यक्ति निरोगी रहे और भगवान सूर्य की कृपा प्राप्त कर सके। इस प्रकार सूर्य नमस्कार में बारह मंत्र बोले जाते हैं। प्रत्येक मंत्र में सूर्य का भिन्न नाम लिया जाता है। हर मंत्र का एक ही सरल अर्थ है- सूर्य को नमस्कार है। सूर्य नमस्कार के बारह स्थितियों या चरणों में इन बारह मंत्रों का उचारण जाता है। सबसे पहले सूर्य के लिए प्रार्थना और सबसे अंत में नमस्कार पूर्वक इसका महत्व बताता हुआ एक श्लोक बोलते हैं -

ॐ ध्येयः सदा सवितृ-मण्डल-मध्यवर्ती, नारायण: सरसिजासन-सन्निविष्टः।
केयूरवान् मकरकुण्डलवान् किरीटी, हारी हिरण्मयवपुर्धृतशंखचक्रः ॥

ॐ मित्राय नमः।
ॐ रवये नमः।
ॐ सूर्याय नमः।
ॐ भानवे नमः।
ॐ खगाय नमः।
ॐ पूष्णे नमः।
ॐ हिरण्यगर्भाय नमः।
ॐ मरीचये नमः। (वा, मरीचिने नम: - मरीचिन् यह सूर्य का एक नाम है)
ॐ आदित्याय नमः।
ॐ सवित्रे नमः।
ॐ अर्काय नमः।
ॐ भास्कराय नमः।
ॐ श्रीसवितृसूर्यनारायणाय नमः।







2024 के आगामी त्यौहार और व्रत











दिव्य समाचार












ENहिं