

सूर्य नक्षत्र हिन्दू ज्योतिष शास्त्र में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। ज्योतिष शास्त्र में सूर्य को सभी ग्रहों का राजा माना जाता है क्योंकि सूर्य सभी ग्रहों के बीचों बीच स्थित है। सूर्य एक राशि से दूसरे राशि में प्रवेश करता है, जो उसे सूर्य गोचर कहा जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार व्यक्ति के जीवन में असर पड़ता है। जैसे धन, मान सम्मान, शारीरिक पीड़ा और मानसिक पीड़ा आदि।
उत्तरा आषाढ़
बुधवार, 11 जनवरी 2023 को दोपहर 02:25 बजे
श्रवण
मंगलवार, 24 जनवरी 2023 को शाम 04:40 बजे
धनिष्ठा
सोमवार, 06 फरवरी 2023 को शाम 07:51 बजे
शतभिषा
सोमवार, 20 फरवरी 2023 को प्रातः 00:21 बजे
पूर्व भाद्रपद
रविवार, 05 मार्च 2023 को प्रातः 06:37 बजे
उत्तर भाद्रपद
शनिवार, 18 मार्च 2023 को दोपहर 03:05 बजे
रेवती
शनिवार, 01 अप्रैल 2023 को 01:49 पूर्वाह्न
अश्विनी
शुक्रवार, 14 अप्रैल 2023 को दोपहर 03:12 बजे
भरणी
शुक्रवार, 28 अप्रैल 2023 को प्रातः 06:53 बजे
कृतिका
शुक्रवार, 12 मई 2023 को 01:06 पूर्वाह्न
रोहिणी
गुरुवार, 25 मई 2023 को रात 09:12 बजे
मृगशीर्ष
गुरुवार, 08 जून 2023 को शाम 07:06 बजे
आर्द्रा
गुरुवार, 22 जून 2023 को शाम 06:01 बजे
पुनर्वसु
गुरुवार, 06 जुलाई 2023 को शाम 05:39 बजे
पुष्य
गुरुवार, 20 जुलाई 2023 को शाम 05:08 बजे
आश्लेषा
गुरुवार, 03 अगस्त 2023 को शाम 04:04 बजे
माघ
गुरुवार, 17 अगस्त 2023 को दोपहर 01:44 बजे
पूर्वा फाल्गुनी
गुरुवार, 31 अगस्त 2023 को सुबह 09:44 बजे
उत्तरा फाल्गुनी
गुरुवार, 14 सितंबर 2023 को 03:38 पूर्वाह्न
हस्त
बुधवार, 27 सितंबर 2023 को शाम 07:07 बजे
चित्रा
बुधवार, 11 अक्टूबर 2023 को प्रातः 08:11 बजे
स्वाति
मंगलवार, 24 अक्टूबर 2023 को शाम 06:38 बजे
विशाखा
मंगलवार, 07 नवंबर 2023 को दोपहर 02:52 बजे
अनुराधा
सोमवार, 20 नवंबर 2023 को प्रातः 08:49 बजे
ज्येष्ठ
रविवार, 03 दिसंबर 2023 को दोपहर 01:13 बजे
मुला
शनिवार, 16 दिसंबर 2023 को शाम 04:09 बजे
पूर्वा आषाढ़
शुक्रवार, 29 दिसंबर 2023 को शाम 06:26 बजे