
सूर्य नक्षत्र हिन्दू ज्योतिष शास्त्र में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। ज्योतिष शास्त्र में सूर्य को सभी ग्रहों का राजा माना जाता है क्योंकि सूर्य सभी ग्रहों के बीचों बीच स्थित है। सूर्य एक राशि से दूसरे राशि में प्रवेश करता है, जो उसे सूर्य गोचर कहा जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार व्यक्ति के जीवन में असर पड़ता है। जैसे धन, मान सम्मान, शारीरिक पीड़ा और मानसिक पीड़ा आदि।
उत्तरा अशधा
मंगलवार, 11 जनवरी 2022 08:11 बजे
श्रवण
सोमवार, 24 जनवरी 2022, 10:34 बजे
श्रावना नक्षत्र में सूर्य संचालित है
धनिष्ठा
रविवार, 06 फरवरी 2022, 01:37 बजे
शताभिशा
शनिवार, 1 9 फरवरी 2022 बजे 06:11 बजे
पुर्वा भद्रपदा
शनिवार, 05 मार्च 2022 बजे 00:25 बजे
उत्तरा भद्रपादा
शुक्रवार, 18 मार्च 20122 को 08:51 बजे
रेवती
गुरुवार, 31 मार्च 2022 को 07:39 बजे
अश्विनी
गुरुवार, 14 अप्रैल 2022 बजे 08:56 बजे
भरणी
गुरुवार, 28 अप्रैल 2022 00:46 बजे
कृत्तिका
बुधवार, 11 मई 2022 बजे 06:50 बजे
रोहिणी
बुधवार, 25 मई 2022 बजे 03:06 बजे
मृगशिरा
बुधवार, 08 जून 2022 पूर्व 12:52 बजे
आर्द्रा
बुधवार, 22 जून 2022 पूर्वाह्न 11:57 बजे
पुनर्वसु
बुधवार, 06 जुलाई 2022 बजे 11:25 बजे
पुष्य
बुधवार, 20 जुलाई 2022 बजे 11:03 बजे
अश्लेशा
बुधवार, 03 अगस्त 2022 बजे 09:51 बजे
मघा
बुधवार, 17 अगस्त 2022 बजे 07:37 बजे
पुर्वा फल्गुनी
बुधवार, 31 अगस्त 2022 बजे 03:31 बजे
उत्तरा फल्गुनी
मंगलवार, 13 सितंबर 2022 को 09:28 बजे
हस्त
मंगलवार, 27 सितंबर 2022 को 12:57 बजे
चित्रा
मंगलवार, 11 अक्टूबर 2022 बजे 02:00 बजे
स्वाती
सोमवार, 24 अक्टूबर 2022 बजे 12:32 बजे
विशाखा
रविवार, 06 नवंबर 2022 बजे 08:41 बजे
अनुराधा
रविवार, 20 नवंबर 2022 बजे 02:48 बजे
ज्येष्ठ
शनिवार, 03 दिसंबर 2022 बजे 07:04 बजे
मूल
शुक्रवार, 16 दिसंबर 2022 बजे 10:11 बजे
पुर्वा अशधा
गुरुवार, 2 9 दिसंबर 2022 अपराह्न 12:21 बजे