सुन देवा सुन मेरी देवा,
तेरा नाम है मिश्री मेवा’
पहाड़ों बीच रेहन वाली है’
ये तारी कितने प्यारे ’
तेरी चुनरी में लग जाए सारे ’
पहाड़ों बीच रेहन वाली है’
ये कंगना मां तेरे कंगना
तुम जल्दी आना मेरे अंगना’
पहाड़ों बीच रेहन वाली है’
ये बिंदिया मां तेरी बिंदिया’
तेरे भक्तों की उड़ जांदी निंदिया’
पहाड़ों बीच रेहन वाली है’
ये ज्योति मां तेरी ज्योति ’
अंधियारा दूर भगाती
पहाड़ों बीच रेहन वाली है’