तपेश्वरी मंदिर हिन्दूओं का एक प्रमुख मंदिर है। तपेश्वरी मंदिर बिरहाना रोड पटकापुर, कानुपर, उत्तर प्रदेश में स्थित है। यह मंदिर कानुपर का प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है तथा यह मंदिर कानपुर का प्राचीन मंदिर है। देवी सीता का पूर्णतः समर्पित है। तपेश्वरी मंदिर का इतिहास रामायण काल से जुड़ा हुआ है।
ऐसा माना जाता है कि जब भगवान राम ने सीता को अयोध्या से निकाल दिया था तब देवी सीता बिठूर में रूकी थी। मां सीता और उनके पुत्र लव और कुश के बिठूर में ठहरने का आज भी प्रमाण मौजूद है। माता सीता हर प्रतिदिन इस जगह तप करने आया करती थी। जब माता सीता के दो पुत्र लव और कुश जन्म हुआ था, तो माता सीता ने अपने दोनों पुत्रों का मुण्डन इस मंदिर में किया था। मां सीता के साथ 3 अन्य कमला, विमला आदि महिलाओं ने तप किया था। इसी वजह से इस मंदिर का नाम ‘तपेश्वरी मंदिर’ पड़ा। इस मंदिर में 4 देवियां कमला, विमला, सरस्वती और माता सीता की मूर्ति विद्यमान हैं, मगर ये कोई नहीं जानता कौन-सी मूर्ति माता सीता की है?
तपेश्वरी मंदिर में सभी त्यौहार मनाये जाते है विशेष कर दुर्गा पूजा व नवरात्र के त्यौहार पर विशेष पूजा का आयोजन किया जाता है। माता के दर्शन के बाद अपने बच्चों का मुंडन और कनछेदन भी कराते हैं। मंदिर का जीर्णोद्धार 1960 में कराया गया था। नवरात्रि में हर दिन यहां हजारों भक्त दूर दूर से दर्शन करने आते हैं। मंदिर को फूलो व लाईट से सजाया जाता है। मंदिर का आध्यात्मिक वातावरण श्रद्धालुओं के दिल और दिमाग को शांति प्रदान करता है।