

"जो एक बार भी हिमालय की गोद में जाकर देवभूमि के चारधामों का दर्शन कर लेता है, उसका जीवन धन्य हो जाता है।"
चारधाम यात्रा — यह केवल एक तीर्थयात्रा नहीं, बल्कि आत्मा का पुनर्जन्म है।
हर वर्ष लाखों श्रद्धालु गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम की यात्रा करते हैं, और वर्ष 2025 के लिए भी उत्साह चरम पर है।
लेकिन इस पवित्र यात्रा के लिए पंजीकरण (Registration) करना अनिवार्य है। आइए, जानते हैं कि 2025 में चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन कैसे करें।
उत्तराखंड सरकार ने यात्रा को सुरक्षित, सुव्यवस्थित और भक्तों के लिए सुविधाजनक बनाने के लिए पंजीकरण अनिवार्य किया है।
इससे:
1. ऑनलाइन पंजीकरण:
2. मोबाइल ऐप से रजिस्ट्रेशन:
3. ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन (यात्रा मार्ग में):
ध्यान रहे कि केदारनाथ धाम की यात्रा थोड़ी कठिन होती है —
तो यदि स्वास्थ्य जांच करवा लो और यात्रा से पहले फिजिकल फिटनेस का ध्यान रखो तो यात्रा और भी आनंदमय होगी।
याद रखो — यह केवल पैरों की यात्रा नहीं, यह ह्रदय की भी यात्रा है। ❤️
चारधाम यात्रा 2025 केवल दर्शन नहीं है, यह एक आत्मिक बुलावा है।
जब तुम हिमालय की ठंडी हवाओं में "हर हर महादेव" का जयकारा लगाओगे,
जब गंगोत्री में गंगा माँ के चरण छूओगे,
जब केदारनाथ में बर्फीली हवाओं में शिवलिंग के सामने शीश नवाओगे,
तब समझोगे कि जीवन में कुछ अनुभव शब्दों से परे होते हैं।
तो देर किस बात की?
आज ही चारधाम यात्रा 2025 के लिए अपना पंजीकरण कर लो,
और तैयार हो जाओ उस दिव्य अनुभव के लिए जिसे जीवनभर भुला नहीं पाओगे।
🚩 हर हर महादेव! 🚩