कोटेश्वर महादेव मंदिर, उत्तराखंड

महत्वपूर्ण जानकारी

  • पता: कोटेश्वर चोपड़ा रोड, भारत, रुद्रप्रयाग, उत्तराखंड 246171
  • खुलने और बंद होने का समय: सर्दियों का समय: सुबह 07:00 बजे से शाम 06:00 बजे तक
  • गर्मियों का समय: सुबह 06:00 बजे से शाम 07:30 बजे तक।
  • निकटतम रेलवे स्टेशन: कोटेश्वर महादेव मंदिर से लगभग 189 किलोमीटर की दूरी पर ऋषिकेश रेलवे स्टेशन।
  • निकटतम हवाई अड्डा: जॉली ग्रांट अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा - देहरादून कोटेश्वर महादेव मंदिर से लगभग 156 किलोमीटर की दूरी पर।

कोटेश्वर महादेव मंदिर हिन्दूओं के धर्म में विशेष महत्व रखता है क्योंकि यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। कोटेश्वर महादेव मंदिर भारत के राज्य उत्तराखंड के जिला रुद्रप्रयाग में स्थित है। यह मंदिर रुद्रप्रयाग से लगभग 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।

कोटेश्वर महादेव मंदिर अलकनंदा नदी के पवित्र तट पर भगवान शिव का एक पवित्र स्थान और मंदिर है। कोटेश्वर महादेव मंदिर एक गुफा में स्थित है। यह गुफा प्राकृतिक रूप से बनी हुई है। इस गुफा में छोटे-छोटे से कुड है ऐसा कहा जाता है इन कुंडों में हमेशा पानी रहता है। इस गुफा को कोटेश्वर गुफा भी कहा जाता है और अलकनंदा नदी इस गुफा से कुछ ही मीटर की दूरी पर बहती है।

ऐसा माना जाता है कि भगवान शिव केदारनाथ जाते समय, इस गुफा में ध्यान के लिए रुके थे। स्थानीय पौराणिक कथाओं के अनुसार यह मंदिर भस्मासुर के समय से ही अस्तित्व में है।

पौराणिक कथाओं के अनुसार, जब राक्षस भस्मासुर ने महोदव से प्राप्त शक्ति का प्रयोग करके भगवान शिव वध करना चाहता था। भगवान शिव भस्मासुर से दूर चले गए और भगवान विष्णु से मदद के लिए कोटेश्वर गुफा में मिले थे। उसके बाद भगवान विष्णु ने मोहीनी का रूप धारण कर, भस्मासुर राक्षस का वध किया था। ऐसी ही एक कथा हिमाचल प्रदेश में श्रीखंड महादेव और किन्नर कैलाश से जुड़ी है।

ऐसा भी माना जाता है कि कौरवों की मृत्यु के बाद जब पांडव मुक्ति का वरदान मांगने के लिए भगवान शिव को खोज रहे थे तो शिव इसी इसी गुफा मे ध्यानावस्था में रहे थे।

कोटेश्वर महादेव मंदिर में तीर्थयात्री भगवान शिव के दर्शन व आशीर्वाद लेने हेतु के लिए कोटेश्वर महादेव मंदिर आते हैं। कोटेश्वर मंदिर के आसपास का वातावरण शांतिमय है। अलकनंदा नदी के पानी के आवाज सुनाई देती रहती है।




Shiv Festival(s)
















2024 के आगामी त्यौहार और व्रत











दिव्य समाचार











Humble request: Write your valuable suggestions in the comment box below to make the website better and share this informative treasure with your friends. If there is any error / correction, you can also contact me through e-mail by clicking here. Thank you.

EN हिं